
वर्गीकरण
आस्था
प्रदर्शित करें›


हदीस और उसके विज्ञान
प्रदर्शित करें›


कुर्आन और उसके विज्ञान
प्रदर्शित करें›


पारिवारिक शास्त्र
प्रदर्शित करें›


फिक़्ह (इसलामी शास्त्र) और उसके सिद्धांत

फिक़्ह (धर्म-शास्त्र) और उसके सिद्धांत

उपासना के अधिनियम
प्रदर्शित करें›


पवित्रता
प्रदर्शित करें›


नमाज़
प्रदर्शित करें›


नमाज़ के अहकाम
प्रदर्शित करें›


शास्त्रानुसार छूट दिये गये लोग
प्रदर्शित करें›


जमाअत के साथ नमाज़
प्रदर्शित करें›


विभिन्न अवसरों की नमाज़ें
प्रदर्शित करें›


नफ्ल (स्वेच्छिक) नमाज़
प्रदर्शित करें›


ज़कात (अनिवार्य धर्म-दान)
प्रदर्शित करें›


रोज़ा
प्रदर्शित करें›


हज्ज और उम्रा
प्रदर्शित करें›


मृतक क्रिया और कब्र के अहकाम
प्रदर्शित करें›


जिहाद और हिजरत
प्रदर्शित करें›


लेनदेन
प्रदर्शित करें›


इस्लाम द्वारा निर्धारित दंड और न्यायिक सजा
प्रदर्शित करें›


अपराध
प्रदर्शित करें›


रीति और परंपरागत प्रथा
प्रदर्शित करें›


फिक़्ह के सिद्धांत
प्रदर्शित करें›


शिष्टाचार, नैतिकता और हृदय विनम्र करने वाले तत्व
प्रदर्शित करें›


ज्ञान और धर्म-प्रचार

सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समस्यायें
प्रदर्शित करें›


इतिहास और जीवनी
प्रदर्शित करें›


शिक्षा

रोगी की नमाज़
बीमारी के कारण दो नमाज़ों को एकसाथ पढ़ना
सुरक्षित करेंसलसुल-बौल (मूत्र असंयम) से पीड़ित व्यक्ति की पवित्रता और नमाज़
जिस किसी को ह़दस (नापाकी) की शिकायत निरंतर रहती हो, जैसे सलसुल-बौल का रोगी, तो अधिकांश विद्वानों ने सलसुल बौल के रोगी को मुस्तह़ाज़ा अर्थात अनियमित गैर-मासिक रक्तस्राव से पीड़ित महिला के समान नियमों के अंतर्गत आने वाला माना है। और वह : - नापाकी (अशुद्धता) को फैलने से रोकने वाले साधनों का प्रयोग करते हुए - प्रत्येक नमाज़ के समय वुज़ू करेगा तथा अपने उस वुज़ू के साथ जितना भी चाहे फ़र्ज़ (अनिवार्य) एवं नफ़्ल नमाज़ें पढ़ेगा। यदि मान लिया जाए कि सलसुल-बौल से पीड़ित व्यक्ति ने वुज़ू किया, फिर उसके बाद पेशाब का कुछ भी क़तरा नहीं निकला और दूसरी नमाज़ का समय शुरू होगया, तो उसके लिए दोबारा वुज़ू करना ज़रूरी नहीं है, बल्कि वह अभी भी अपने पहले वुज़ू पर बाक़ी है। तथा उसके लिए दो नमाज़ों को एकत्र करने की (भी) अनुमति है।सुरक्षित करेंक्या रोगी के लिए तयम्मुम करने या दो से अधिक नमाज़ों को एकत्रित करने या अशुद्ध डायपर के साथ नमाज़ पढ़ने का अनुमति हैॽ
सुरक्षित करेंवह गर्भवती है और रुकू’ और सजदा नहीं कर सकती
सुरक्षित करेंउस बीमार व्यक्ति की नमाज़ का तरीक़ा जो अगर खड़ा है तो वह बैठने में सक्षम नहीं है, और यदि वह बैठा हुआ है तो वह खड़े होने में सक्षम नहीं है?
सुरक्षित करेंउस व्यक्ति के लिए सलाह और निर्देश, जिसका अल्लाह ने शारीरिक विकलांगता के साथ परीक्षण किया है और क्या अगर विकलांग व्यक्ति बैठकर नमाज़ पढ़ता है, तो उसके लिए आधा सवाब लिखा जागाॽ
सुरक्षित करें