
वर्गीकरण
मासिक धर्म और प्रसव रक्तस्राव
क्या महिला के लिए मासिक धर्म से पवित्रता जाँचने के लिए रुई का टुकड़ा रखना आवश्यक है, या उसके लिए चौबीस घंटे इंतज़ार करना पर्याप्त है, फिर वह गुस्ल कर सकती हैॽ
उसने सोचा कि गर्भपात के साथ निकलने वाला खून निफ़ास का ख़ून है, इसलिए उसने अपना रोज़ा तोड़ दिया
एक प्रसुता महिला ने प्रसव के बाद 40 दिन पूरे कर लिए, लेकिन वह अभी तक पवित्र नहीं हुई है, तो क्या वह रोज़ा रखेगी और नमाज़ पढ़ेगीॽ
सलसुल-बौल (मूत्र असंयम) से पीड़ित व्यक्ति की पवित्रता और नमाज़
जिस किसी को ह़दस (नापाकी) की शिकायत निरंतर रहती हो, जैसे सलसुल-बौल का रोगी, तो अधिकांश विद्वानों ने सलसुल बौल के रोगी को मुस्तह़ाज़ा अर्थात अनियमित गैर-मासिक रक्तस्राव से पीड़ित महिला के समान नियमों के अंतर्गत आने वाला माना है। और वह : - नापाकी (अशुद्धता) को फैलने से रोकने वाले साधनों का प्रयोग करते हुए - प्रत्येक नमाज़ के समय वुज़ू करेगा तथा अपने उस वुज़ू के साथ जितना भी चाहे फ़र्ज़ (अनिवार्य) एवं नफ़्ल नमाज़ें पढ़ेगा। यदि मान लिया जाए कि सलसुल-बौल से पीड़ित व्यक्ति ने वुज़ू किया, फिर उसके बाद पेशाब का कुछ भी क़तरा नहीं निकला और दूसरी नमाज़ का समय शुरू होगया, तो उसके लिए दोबारा वुज़ू करना ज़रूरी नहीं है, बल्कि वह अभी भी अपने पहले वुज़ू पर बाक़ी है। तथा उसके लिए दो नमाज़ों को एकत्र करने की (भी) अनुमति है।मासिक धर्म वाली महिला को ग्रहण लगने पर क्या करना चाहिए?
मासिक धर्म से पहले होने वाला भूरे रंग का स्राव
एक अंधी महिला को कैसे पता चलेगा कि वह मासिक धर्म से पवित्र हो चुकी हैॽ
उसने इफ्तारी करने के बाद मासिक धर्म का ख़ून देखा परन्तु उसे संदेह है कि यह ख़ून इफ्तारी से पहले आया था या इफ्तारी के बाद आया है?
गर्भवती होने की अवस्था में उसे स्राव होता है, क्या वह नमाज़ पढ़ना बंद कर देगीॽ
मासिक धर्म वाली महिला कब रोज़ा रखेगीॽ