''इन्सान के लिए रोज़े की अवस्था में अपने गुदा के माध्यम से सपोसिटरी प्रयोग करने में कोई आपत्ति की बात नहीं है। क्योंकि यह खाना और पीना नहीं है, और न तो यह खाने और पीने के अर्थ में है। और शरीअत ने हमारे ऊपर केवल खाना और पीना हराम ठहराया है। अतः जो चीज़ खाने और पीने के अर्थ में होगी उसे खाने और पीने का हुक्म दिया जायेगा, और जो इस तरह नहीं है तो वह उसमें न शाब्दिक रूप से और न ही अर्थ के रूप में दाखिल होगा। अतः उसके लिए खाने और पीने का हुक्म साबित नहीं होगा।''
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3,63612/सफर/1435 , 15/दिसंबर/2013
रमज़ान के दिन में सपोसिटरी प्रयोग करने का हुक्म
प्रश्न: 22927
यदि रोज़ेदार बीमार है तो रमज़ान के दिन में सपोसिटरीज़ प्रयोग करने का क्या हुक्म है ?
उत्तर का पाठ
हर प्रकार की प्रशंसा एवं गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है, तथा दुरूद व सलाम की वर्षा हो अल्लाह के रसूल पर। इसके बाद :
स्रोत:
फतावा शैख इब्ने उसैमीन 1/502