वह एक ही रात होती है अगरचे उसका प्रवेश अलग अलग देशों में अलग अलग समय में हो, चुनांचे अरब देशों में उनके दिन के सूरज के डूबने के समय प्रवेश करती है, और अफ्रीक़ी देशों में भी उनके दिन के सूरज डूबने के समय प्रवेश करती है, इसी तरह अन्य देशों में भी होता है, तो जब भी किसी के यहाँ सूरज डूबता है उनके यहाँ वह प्रवेश करती है भले ही इसमें 20 घंटा लग जाए, मगर उनके लिए उनकी रात समझी जाती है और इन के लिए इनकी रात समझी जाती है, और इसमें कोई रूकावट नहीं है कि फिरश्ते इनके यहाँ उतरे और उनके यहाँ भी उतरें।
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3,97825/रमज़ान/1433 , 13/अगस्त/2012
क्या लैलतुल क़द्र अलग अलग देशों में अलग अलग होती है ?
प्रश्न: 129688
प्रश्न : क्या लैलतल क़द्र (शबे क़द्र) सभी मुसलमानों के लिए एक ही रात में होगी, या कि वह अलग अलग देशों में अलग अलग होती है ?
उत्तर का पाठ
हर प्रकार की प्रशंसा एवं गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है, तथा दुरूद व सलाम की वर्षा हो अल्लाह के रसूल पर। इसके बाद :
स्रोत:
आदरणीय शैख अब्दुल्लाह बिन जिब्रीन रहिमहुल्लाह