
वर्गीकरण
जमाअत के साथ नमाज़
सामूहिक नमाज़ दो लोगों : इमाम और एक मुक़तदी द्वारा आयोजित हो जाती है।
यदि मस्जिद भर जाए हो, तो बीच सड़क (रास्ते) पर नमाज़ पढ़ने का हुक्म
वह जमाअत के साथ मस्जिद में नमाज़ पढ़ता है परंतु हमेशा सफ के पीछे अकेला रहता है
महामारी फैलने या उसके फैलने की आशंका की स्थिति में जुमा और जमाअत की नमाज़ में उपस्थित होने का हुक्म
क्या वह अपनी बच्ची के रोने के कारण जमाअत की नमाज़ तोड़ सकती है?
फ़र्ज़ नमाज़ों के तुरंत बाद दुआ करना बिद्अत है
क्या मुक़्तदी सफ मुकम्मल हो जाने पर इमाम के दायीं ओर खड़ा होगा ?
मुक़तदी का मुसहफ लेकर खड़ा होना सुन्नत के विरूध है
वह काम करके थक गया है और जमाअत के साथ नमाज़ नहीं पढ़ना चाहता है
कितनी दूरी पर मस्जिद में नमजा़ पढ़ना अनिवार्य हो जाता है ?