
वर्गीकरण
हज्ज और उम्रा
वह मुज़दलिफा में ठहरा और अपने हज्ज के कार्यों को मुकम्मल नहीं किया
हज्ज अनिवार्य हुक़ूक़ जैसे कफफारात और क़र्ज़ को समाप्त नहीं करता है।
क्या हज्ज करने के बाद मुसलमान के पापों की क्षमा सुनिश्चित है या कि वह चिंतित और डरता हुआ रहेगा?
जिसने हज्ज या उम्रा में किसी दूसरे का प्रतिनिधित्व किया, क्या उसे उसके समान सवाब मिलेगा?
क्या उसके लिए सोने को गिरवी रखना जायज़ है ताकि वह और उसकी पत्नी हज्ज करने के लिए धन प्राप्त कर सकें?
उसे तवाफ इफाज़ा के लिए अपनी पवित्रता में आशंका है तो उसे अब क्या करना चाहिए ?
क्या हाजी के लिए क़ुर्बानी धर्मसंगत है ?
जूते पहन कर तवाफ करने का हुक्म
बार-बार हज्ज करना
असहाय व्यक्ति और मासिक धर्म वाली महिला के लिए विदाई तवाफ का हुक्म