उसमान रज़ियल्लाहु अन्हु के ऐसा करने के कारण, उसकी ओर से ज़कातुल-फित्र निकालना मुसतहब (वांछनीय) है। लेकिन यह उसके लिए अनिवार्य नहीं है; क्योंकि उसके लिए कोई प्रमाण नहीं है।
और अल्लाह तआला ही तौफ़ीक़ (सामर्थ्य) प्रदान करने वाला है।
प्रश्न: 27005
क्या वह बच्चा जो अपनी माँ के गर्भ में है, उसकी ओर से ज़कातुल-फ़ित्र अदा करना चाहिए या नहीं ॽ
हर प्रकार की प्रशंसा एवं गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है, तथा दुरूद व सलाम की वर्षा हो अल्लाह के रसूल पर। इसके बाद :
उसमान रज़ियल्लाहु अन्हु के ऐसा करने के कारण, उसकी ओर से ज़कातुल-फित्र निकालना मुसतहब (वांछनीय) है। लेकिन यह उसके लिए अनिवार्य नहीं है; क्योंकि उसके लिए कोई प्रमाण नहीं है।
और अल्लाह तआला ही तौफ़ीक़ (सामर्थ्य) प्रदान करने वाला है।
स्रोत:
शैक्षणिक अनुसंधान एवं इफ़्ता की स्थायी समिति (9/366)