हम आपको सलाह देते हैं कि उन्हें क़ुरआन करीम और पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की सहीह सुन्नत, तथा उसमें मौजूद इस्लाम की नैतिकता जैसे- सदाचार व सत्कर्म, रिश्तेदारी निभाने, सत्यता (ईमानदारी), विश्वसनीयता आदि की शिक्षा दें, उनकी देखभाल करते रहें कि वे जमाअत के साथ नमाज़ों की पाबंदी करते हैं, तथा खाने, पीने और बात करने वगैरह में इस्लामी शिष्टाचार को अपनाते हैं। यदि वे इन अच्छे व्यवहारों, नैतिकता और महान शिष्टाचार पर बड़े और जवान होते हैं तो उन्हें मार्गदर्शन प्राप्त होगा और अल्लाह की अनुमति से वे धर्म पर सुदृढ़ और स्थिर बने रहेंगे, और अच्छी तरह फूले फलेंगे। चुनाँचे वे अपने आपको लाभ पहुँचाएं गे और अपनी उम्मत को भी लाभ पहुँचाएंगे। और इसमें आप को महान पुण्य मिलेगा।
0 / 0
3,60501/रजब/1443 , 02/फ़रवरी/2022
बच्चों को पढ़ाने और उन्हें अल्लाह की ओर आमंत्रित करने का सही तरीक़ा क्या हैॽ
प्रश्न: 10211
वह कौन सा है तरीक़ा जिसके द्वारा मैं अपने छोटे भाइयों को जो दस साल आयु वर्ग के बच्चे हैं, धार्मिक रूप से प्रतिबद्ध होने के लिए कहूँ ताकि वे प्रतिबद्ध मुसलमानों के रूप में बड़े हों, तथा मैं उनके साथ क्या तरीक़ा अपनाऊँॽ
उत्तर का पाठ
हर प्रकार की प्रशंसा एवं गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है, तथा दुरूद व सलाम की वर्षा हो अल्लाह के रसूल पर। इसके बाद :
स्रोत:
फतावा स्थायी समिति (12 / 261-262) से।