0 / 0

वह नमाज़ पढ़ता है किन्तु रमज़ान के रोज़े नहीं रखता है तो क्या वह काफिर है ?

प्रश्न: 12654

क्या रोज़ा छोड़ देने वाला काफिर (नास्तिक) हो जाये गा ? जबकि वह नमाज़ पढ़ता है और बिना किसी बीमारी या कारण (शरई उज़्र) के रोज़ा तोड़ देता है।

उत्तर का पाठ

हर प्रकार की प्रशंसा एवं गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है, तथा दुरूद व सलाम की वर्षा हो अल्लाह के रसूल पर। इसके बाद :

जिस व्यक्ति ने रोज़ा की अनिवार्यता को नकारते हुए उसे छोड़ दिया,तो वह सर्व सहमति के साथ काफिर है। और जिस व्यक्ति ने सुस्ती और लापरवाही करते हुए रोज़ा छोड़ दिया तो कुछ विद्वान उसे काफिर ठहराने की तरफ गये हैं,किन्तु शुद्ध बात यह है कि वह काफिर नहीं है। लेकिन इस्लाम के एक ऐसे स्तंभ को जिसके अनिवार्य होने पर सर्वसहमति है,छोड़ने के कारण वह बहुत बड़े खतरे से दो चार है। और शासक की ओर से ऐसी सज़ा और कार्रवाई का पात्र है जो उसे इस बुराई से रोकने वाली है। तथा उस पर अपने छोड़े हुए रोज़ों की क़ज़ा करना और अल्लाह सर्वशक्तिमान से तौबा करना अनिवार्य है।

और अल्लाह तआला ही सर्वश्रेष्ठ ज्ञान रखता है।

स्रोत

साइट इस्लाम प्रश्न और उत्तर

at email

डाक सेवा की सदस्यता लें

साइट की नवीन समाचार और आवधिक अपडेट प्राप्त करने के लिए मेलिंग सूची में शामिल हों

phone

इस्लाम प्रश्न और उत्तर एप्लिकेशन

सामग्री का तेज एवं इंटरनेट के बिना ब्राउज़ करने की क्षमता

download iosdownload android