मैं यह चीज़ देखता हूँ कि कुछ लोग अगर किसी क़ब्र पर कोई पेड़ उगा हुआ देखते हैं, तो क़ब्र वाले की यह विशेषता बयान करते हैं कि वद इस-इस तरह के गुणों का मालिक था। क्या क़ब्र पर पेड़-पौधों के उगने का इससे कोई संबंध है ?
हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह के लिए योग्य है।
इस बात का कोई आधार नहीं है, तथा क़ब्रों पर पेड़-पौधों और घास-फूस का उगना उन क़ब्र वालों के पुनीत होने का प्रमाण नहीं है, बल्कि यह एक असत्य और व्यर्थ भ्रम है। और पेड़-पौधे तो सदाचारी और दुराचारी सभी की क़ब्रों पर उगते हैं, उनका उगना पुनीत लोगों के साथ विशिष्ट नहीं है। अतः पथ-भ्रष्ट और असत्य आस्थाओं वाले लोगों में से जो लोग इसके विरूद्ध बातें कहने वाले हैं उनकी बातों से धोखा नहीं खाना चाहिए। और अल्लाह तआला ही सहायक है।